Wednesday, 14 May 2014

तलाश

दोस्त यहाँ
तो साथ कहाँ ?

खुशी  यहाँ
तो नाराज़गी कहाँ ?

मस्ती यहाँ
तो बेबसी कहाँ ?

फरिश्ते यहाँ
तो जलाने वाले कहाँ ?

उजाला यहाँ
तो अँधेरा कहाँ ?

सागर यहाँ
तो किनारा कहाँ ?

बारिश यहाँ
तो एहसास कहाँ ?

ख्वाब यहां
तो आस कहाँ ?

सूरज यहाँ
तो रौशनी कहाँ ?

चाँद यहाँ
तो चाँदनी कहाँ ?

मुस्कराहट यहाँ
तो उदासी कहाँ ?

आप और हम यहाँ
तो गम कहाँ ?

और जब खुदा यहाँ
तो चिंता  कहाँ ?

किसको ढूँढ़ते हो हर लम्हा ?
जब जीना बी यहाँ और मरना बी यहाँ।




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